Importance of Reducing Overthinking for Mental and Physical Well–beings: ओवरथिंकिंग एक मानसिक समस्या है इसका मतलब होता है किसी समस्या, घटना या स्थिति के बारे में बार-बार सोचना। यह हमारी मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है और तनाव का कारण बनता है। यह एक बहुत ही सामान्य समस्या है जो हर व्यक्ति कभी न कभी अनुभव करता है। यह समस्या समय के साथ आदत बन जाती है और व्यक्ति अपने कार्य में ध्यान और ऊर्जा नहीं दे पाते हैं। ओवरथिंकिंग के कारण बहुत सारी समस्याएं हो सकती हैं जैसे कि सर दर्द, डिप्रेशन और उच्च ब्लड फ्लो। जब आपका दिमाग लगातार किसी विचारों में उलझा रहता है तो आपका शरीर भी तनाव में रहता है और बहुत से मानसिक समस्या उत्पन्न होती है। तो आइये जानते हैं ओवरथिंकिंग को कम करना क्यों जरूरी होता है।
ओवरथिंकिंग को काम करने के 5 कारण
1. मानसिक स्वास्थ्य
अगर हम किसी विचार को बार-बार सोचते हैं तो उसकी वजह से हमारे मन में सदैव हलचल बनी रहती है और उसमें हम और उलझते जाते हैं। एक स्वस्थ जीवन के लिए मस्तिष्क का स्वस्थ होना बहुत जरूरी है। ओवरथिंकिंग की वजह से हम सदैव तनाव में बने रहते हैं। मन की शांति हमारे जीवन का आधार है अगर हमारा मन शांत नहीं रहेगा तो हम अपनी जिंदगी में खुशी और संतोष का अनुभव नहीं कर पाएंगे। ओवरथिंकिंग कम करके आप अपने जीवन में शांति और आनंद ला सकते हैं।
2. डिसीजन मेकिंग
ओवरथिंकिंग की वजह से हम उन्हीं विचारों में उलझे रह जाते हैं और कोई भी डिसीजन लेने की क्षमता हमारे अंदर बहुत कम हो जाती है। हम अपनी जिंदगी के छोटे-छोटे पहलुओं में इतने फंसकर रह जाते हैं कि डिसीजन लेने में अत्यधिक समय ले लेते हैं। अगर हम ओवरथिंकिंग को कम कर लेते हैं तो हमारे अंदर आत्मविश्वास आता है और हम सही निर्णय लेने के लिए सक्षम हो जाते हैं।
3. बेहतर संबंध
अक्सर हम ओवरथिंकिंग करते हैं और दूसरों से रिश्ते बनाने में चूक जाते हैं। संबंध को बेहतर बनाने के लिए उन्हें समय देना बहुत जरूरी है जब हम अपने ख्यालों में उलझे रहेंगे तो सामने वाले को कभी भी समय नहीं दे पाएंगे। बेहतर संबंध बनाना हमारे जिंदगी के लिए बहुत जरूरी है क्योंकि बिना संबंध के हम जिंदगी में अकेले रह जाते हैं। अकेले रहना कोई बड़ी बात नहीं पर उसकी वजह से हम तनाव में रहते हैं जो हमारी मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं।
4. चिंता से बचाव
ज्यादा सोचना हमारे तनाव का कारण बन सकता है।यह मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत असर डालता है। चिंता करना तो सामान्य बात है पर हद से ज्यादा चिंता करना हानिकारक होता है जिसकी वजह ओवरथिंक करना हो सकता है। ओवरथिंग करने से हम उस सिचुएशन के बारे में इतना सोचते हैं कि हमें लगता है कि काश हम वो चीज ठीक कर पाते पर बीती हुई चीज ठीक नहीं हो सकती यह हमें समझना जरूरी है। मूव ऑन करके आगे बढ़ना जरूरी है।
5. शारीरिक स्वास्थ्य
ओवरथिंकिंग न केवल हमारे मस्तिष्क को प्रभावित नहीं करती बल्कि साथ ही हमारे शरीर को भी नुकसान पहुंचता है। लगातार किसी विचार के बारे में सोचने से हमें परेशानी होती है। ओवरथिंकिंग की वजह से नींद आने में समस्या हो सकती है और यह सर दर्द का कारण भी बन सकता है। लगातार तनाव में रहने से दिल की बीमारी भी हो सकती है और इम्यून सिस्टम भी कमजोर हो सकता है।