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Healthy Vagina सिर्फ एक अच्छे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए नहीं अच्छी mental health के लिए भी जरूरी हैं। मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ के अनुसार जब संक्रमण, जैसे कि यीस्ट इन्फेक्शन या बैक्टिरियल वेजिनोसिस लंबे समय तक vagina में बने रहने से cortisol को बढ़ाता हैं, कोर्टिसोल स्ट्रेस को बढ़ाता हैं जिसका लंबे समय तक रहना मानसिक स्वास्थ्य को खराब करता हैं, साथ ही महिलाओं में असहजता और आत्मग्लानि भी भर देता हैं। Healthy Vagina मन को भी खुश रखती हैं, जब एक महिला शारीरिक रूप से अच्छा महसूस करती हैं तो उसका mental and emotional well-being भी अच्छा होता हैं,जो उसके कार्य करने की क्षमता और सामाजिक भूमिका को और अधिक बढ़ाता हैं।
वजाईना से जुड़ा मन: स्वस्थ Vagina क्यों है अच्छी मेंटल हेल्थ के लिए जरूरी?
क्या हैं Vaginal Health और Mental Health का correlation( समन्वय)?
vagina महिलाओं के शरीर का सबसे नाजुक और ध्यान देने वाला अंग हैं, जो महिलाओं के शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण अक्सर संक्रमण के खतरे की चपेट में रहता हैं।लेकिन सबसे बड़ी बात हैं कि इस पर बात करना और इसे बताना अक्सर शर्म और चुप्पी का विषय रहता हैं।
मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ के अनुसार जब संक्रमण, जैसे कि यीस्ट इन्फेक्शन या बैक्टिरियल वेजिनोसिस लंबे समय तक vagina में बने रहने से cortisol को बढ़ाता हैं, कोर्टिसोल स्ट्रेस को बढ़ाता हैं जिसका लंबे समय तक रहना मानसिक स्वास्थ्य को खराब करता हैं,साथ ही महिलाओं में असहजता और आत्मग्लानि भी भर देता हैं।
vagina जीवन के सबसे बड़े पलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, और इसकी स्वस्थता आपके आत्मविश्वास और रिश्तों को प्रभावित करती हैं। महिलाओं में हार्मोनल बदलाव- मासिक धर्म, गर्भावस्था, या मेनोपॉज- के दौरान vagina health में आने वाले बदलाव सीधे तौर पर मूड स्विंग, चिंता और डिप्रेशन से जुड़े हुए हैं।
क्या हैं Vagina Health सामाजिक चुप्पी के कारण?
vagina health "शर्म" का विषय
ग्रामीण और पारंपरिक समाजों में vagina health पर बात करना बड़ा ही भद्दा और असम्मानित विषय समझा जाता हैं, यह चुप्पी स्त्री को अकेला, असहाय और मानसिक रूप से थका देती हैं।
इसे "नॉर्मल" समझना
कई महिलाएं Vagina Health से जुड़ी समस्याओं को "नॉर्मल" मानकर नजरअंदाज करती हैं, जिससे मानसिक थकावट और आत्म- अस्वीकृति बढ़ती हैं।अक्सर समाज महिलाओं से जुड़ी समस्या को सामान्य या हार्मोनल बदलाव कहकर टाल देता हैं, और इतनी लंबी चुप्पी ने महिलाओं को भी इसे स्वीकार करने पर विवश कर दिया हैं।
समस्या पर टालमटोल करना
vagina छोटी सी गलती या शरीर में होने वाले बदलाव के कारण शीघ्र संक्रमण में आ सकती हैं, और महिला इसे घरेलू उपचारों से ठीक करने का प्रयास करती हैं, पर हर बार समस्या इतनी आसान नहीं होती कि घरेलू उपचार उसे ठीक कर दें, यह महिलाओं में शर्म, चिंता और सामाजिक अलगाव बढ़ाता हैं।
आत्मसम्मान से जुड़ा होना
योनि में अस्वस्थता से सेक्सुअल इच्छा और आत्मविश्वास में भी कमी लाती है, इससे रिश्तों में तनाव और भावनात्मक दूरी बढ़ सकती हैं। वुल्वोडायनिया जैसी स्थिति लंबे समय तक दर्द देती हैं, जिससे Mental Health Issues जैसे डिप्रेशन और anxiety का खतरा बढ़ता हैं, पर समाज इस पर जागरूक हैं ही नहीं।
महिला का दबा और असहज महसूस करना
सामाजिक संरचना में महिलाओं को पीड़ा को अकेले सहना और किसी से न कहना बताया और जिससे वे अकेले सब सहती हैं, और दबी हुई रहती हैं। जब महिला खुद में असहज और दबा हुआ महसूस करेंगी तो कैसे अपने मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दे पाएगी? यह कहना गलत नहीं, कि "स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता हैं।"
क्या हैं अब आगे की पहल ?
महिलाओं को इस पर जागरूक करना और स्वयं के लिए कदम उठाना सबसे बड़ी और आवश्यक पहल हैं। जब एक महिला Female Body Health पर ध्यान देती हैं, Doctor से सलाह लेती हैं, या अपनी तकलीफ को शब्द देती हैं- तो वह इलाज नहीं, मानसिक सुरक्षा की और एक सुंदर कदम होता हैं। Healthier Vagina, स्वस्थ मन लिए जरूरी हैं।
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