Myths Of Gynecologist: हमारे समाज में सेक्सुअल और रिप्रोडक्टिव हेल्थ के बारे में कम बात की जाती है। आज इंटरनेट के कारण बहुत सारी जानकारी उपलब्ध हो गई लेकिन पहले समय में महिलाओं को इन टॉपिक के बारे में अधूरी और गलत जानकारी होती थी. आज के इस ब्लॉग में हम बात करेंगे गाइनेकोलॉजिस्ट से जुड़ी पांच अवधारणा के बारे में जो आज भी प्रचलित है क्योंकि महिलाएं अभी भी यही समझती है कि हमें दैनिक के पास सिर्फ प्रेगनेंसी के दौरान की जाना चाहिए कई बार तो वो इसलिए भी नहीं जाति है।
गाइनेकोलॉजिस्ट से जुडी पांच अवधारणाएँ जो आम प्रचलित है
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प्रेगनेंसी के दौरान गाइनक को मिलना
आज भी बहुत सारी महिलाएं गाइनेकोलॉजिस्ट के पास तब ही जाती हैं जब वह प्रेग्नेंट होती है और इससे पहले एक बार भी उनके पास चेकअप के लिए नहीं जाती। उन्हे यह जरूरी ही नहीं लगता है। -
शादी से पहले गाइनेकोलॉजिस्ट का क्या काम
आज भी निचले स्तर पर यही समझा जाता है कि बिना शादी के महिला का गाइनेकोलॉजिस्ट के पास क्या काम है? लेकिन उन्हें यह समझ नहीं आता कि महिलाओं के शरीर में समय समय पर बहुत सारे बदलाव होते रहते हैं। उन्हें किसी भी प्रकार की कंडीशन या रोग का भी सामना करना पड़ सकता है। इसके लिए उन्हें गाइनेकोलॉजिस्ट की जरूरत पड़ सकती है। -
मेनोपॉज में गाइनेकोलॉजिस्ट की क्या जरूरत
मेनोपॉज एक ऐसा फेस होता है जब महिलाओं के शरीर में बहुत ज्यादा परिवर्तन होते हैं क्योंकि इसके बाद महिलाओं को माहवारी आना बंद हो जाता है। इस समय महिलाओं को गायनिक की जरूरत पड़ सकती है और महिलाओं को बेशक समस्या आने पर उनके साथ संपर्क करना चाहिए। -
पीरियड में नहीं जाना चाहिए
हमारे समाज में पीरियड को बहुत ही हल्के में लिया जाता है लेकिन कई बार महिलाओं को पीरियड्स संबंधी बहुत सारे समस्याएं आ जाती हैं लेकिन उनके बारे में वे खुलकर बात नहीं करती।इसके साथ गायनिक के पास जाना उचित नहीं समझती लेकिन यह बिल्कुल एक अवधारणा है। पीरियड में अगर आपको हैवी ब्लीडिंग या फिर बहुत ज्यादा दर्द या और भी इससे से जुडी समस्या है तो आपको जरूर गाइनेकोलॉजिस्ट के पास विजिट करना -
सेक्सुअल हेल्थ के बारे में खुलकर नहीं बताना
महिलाओं सेक्सुअल हेल्थ के बारे खुलकर बात नहीं करती है क्योंकि उनके अंदर एक झिझक होती है और उन्हें माहौल भी ऐसा प्रदान किया जाता है जिसके कारण इन टॉपिक के बारे में बोलने में शर्म भी महसूस करती है। इस कारण वे यह भी सोच लेती है कि शायद गायनिक से खुलकर बात करने से उन्हें जज न किया जाए।