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Vitamin-D Deficiency: विटामिन-D की कमी से होने वाली समस्याएं

विटामिन्स और प्रोटीन्स हमारी बॉडी को हेल्दी रखने में हमारी बहुत ज्यादा सहायता करते हैं। विटामिन डी का बॉडी को हेल्दी बनाये रखने में बहुत महत्वपूर्ण योगदान होता है विटामिन डी का सबसे बड़ा स्त्रोत सूरज की रौशनी है। अधिक पढ़ें इस हैल्थ ब्लॉग में- 

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Priya Singh
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Vitamin-D Deficiency

Problems Caused By Vitamin D Deficiency ( Image Credit - www.jagran.com )

Vitamin-D Deficiency: हमारी बॉडी के लिए विटामिन डी बहुत ही फायदेमंद है। जब हमारी बॉडी को विटामिन डी भरपूर मात्रा में नहीं मिल पाता है तो हमारी बॉडी में कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं। हमारी हड्डियाँ कमजोर होने लगती हैं। विटामिन डी हमें सूरज की रौशनी से मिलती है और शरीर में जब विटामिन डी की मात्रा कम हो जाती है तो इसका इफेक्ट सबसे ज्यादा हमारी हड्डियों पर पड़ता है। हमारी बोन डेंसिटी कम होने लगती है। जिसकी वजह से हमारी हड्डियाँ कमजोर हो जाती हैं और उनके टूटने के चांसेज बढ़ते हैं। विटामिन डी हमें फैटी फिश और मशरूम आदि से मिलता है।

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जानिए विटामिन-D की कमी से कौन सी समस्याएं हो सकती हैं 

1. हड्डियाँ कमजोर होती हैं 

कैल्शियम और फास्फोरस को एब्जार्ब करने में विटामिन डी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो हेल्दी बोन्स को बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं। विटामिन डी की कमी से बच्चों में रिकेट्स और बड़ों में ऑस्टियोमलेशिया जैसी स्थिति हो सकती है जिसकी वजह से हड्डियां कमजोर, मुलायम और ब्रिटली हो जाती हैं।

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2. मसल्स कमजोर होती हैं 

विटामिन डी की कमी को मांसपेशियों की कमजोरी और मांसपेशियों की हेल्थ के साथ जोड़ा जाता रहा है। यह स्केलेटल मसल्स और स्मूद मसल्स दोनों को इफेक्ट कर सकता है। जिससे मसल्स में पेन, ऐंठन और मसल्स की ताकत कम हो जाती है।

3. पुरानी बीमारियों का खतरा बढ़ता है 

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विटामिन डी की कमी पुरानी बीमारियों के बढ़ते जोखिम से जुड़ा हुआ है, जिनमें हार्ट डिजीज, डायबिटीज, ऑटोइम्यून विकार, कुछ कैंसर आदि भी शामिल होते हैं।

4. इम्यून सिस्टम बिगड़ने लगता है

विटामिन डी इम्यून सिस्टम के कामकाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कम विटामिन डी का स्तर इन्फेक्संस के लिए उच्च संवेदनशीलता से जुड़ा हुआ है, जिसमें सामान्य सर्दी और फ्लू जैसी समस्या से रेस्पेरेटरी ट्रैक में इन्फेक्शन होने के चांसेज होते हैं।

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5. फ्रैक्चर का खतरा बढ़ता है

अपर्याप्त विटामिन डी का स्तर फ्रैक्चर के खतरे को बढ़ाने में योगदान कर सकता है यह खासकर वृद्ध लोगों के साथ होता है। विटामिन डी हड्डियों के घनत्व और मजबूती को बनाए रखने में मदद करता है। इसकी कमी हड्डियों के फ्रैक्चर का कारण बन सकता है खासकर हिप्स, स्पाइन और कलाई जैसे क्षेत्रों में।

6. मूड डिसआर्डर की समस्या हो सकती है 

कुछ रिपोर्ट्स विटामिन डी की कमी को मूड डिसऑर्डर जैसे डिप्रेशन और सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर (एसएडी) के बीच संबंध बताते हैं। हालाँकि यह भी कहा गया है कि यह सही हो ये बात जरूरी भी नहीं है। लेकिन यह माना जाता है कि विटामिन डी मूड को ठीक करने वाले न्यूरोट्रांसमीटर के प्रोडक्शन में भूमिका निभा सकता है।

Vitamin D Deficiency विटामिन-D बोन डेंसिटी
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