Reasons To Use Contraceptive: एक औरत की जिंदगी में कॉन्ट्रासेप्टिव का महत्व बहुत ज्यादा होता है लेकिन इसकी महत्ता को कोई नहीं समझता। बहुत सारी महिलाओं को इसके बारे में जानकारी ही नहीं होती या फिर अगर होती भी है तो उन तक यह सुविधा पहुंची नहीं पाती। इस कारण उन्हें बहुत सारी समस्याओं से गुजरना पड़ता है जिसकी परवाह किसी को भी नहीं होती है।
WHO के अनुसार, 2021 में दुनिया भर में प्रजनन आयु समूह (15-49 वर्ष) की 1.9 बिलियन महिलाओं में से 1.1 बिलियन को परिवार फैमिली प्लानिंग ,की आवश्यकता है; इनमें से 874 मिलियन आधुनिक गर्भनिरोधक विधियों का उपयोग कर रही हैं, और 164 मिलियन को गर्भनिरोधक की आवश्यकता पूरी नहीं हुई है।
चलिए जानते हैं कि कॉन्ट्रासेप्टिव को इस्तेमाल करने के क्या कारण हो सकते हैं-
जानिए कॉन्ट्रासेप्टिव को इस्तेमाल करने के क्या कारण हैं?
अनचाही प्रेगनेंसी
महिलाओं की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक अनचाही प्रेगनेंसी है जिसमें से हजारों महिलाएं हर साल गुजरती हैं। पुरुष कंडोम का इस्तेमाल करना जरूरी नहीं समझते जिसके कारण महिलाओं को अनचाही प्रेगनेंसी से गुजरना पड़ता है। ऐसे में महिलाओं को समझ लेना चाहिए कि अगर आपका पार्टनर प्रोटेक्शन का इस्तेमाल नहीं कर रहा है तो आपको दूसरे कॉन्ट्रासेप्टिव का इस्तेमाल करना शुरू होगा। इससे आप बहुत सारी बीमारियों से बच सकते हैं और प्रेगनेंसी भी avoid कर सकते हैं। अगर आप अपनी शारीरिक जिंदगी में सुख भोगना चाहते हैं और अनचाही प्रेगनेंसी से बचना चाहते हैं तो यह आपके लिए सबसे बढ़िया तरीका है।
महिलाओं की भागीदारी
कांट्रेसेप्टिव के कारण महिलाओं की समाज में भागीदारी बढ़ेगी और उनके करियर पर भी विराम नहीं लगेगा क्योंकि उन्हें बेवजह प्रेगनेंसी से नहीं गुजरना पड़ेगा।इसके साथ ही सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन का खतरा भी बहुत हद तक कम हो जाता है। इस वजह से महिलाओं को अपने रिप्रोडक्टिव अधिकार भी मिलते हैं।
मेंस्ट्रूअल साइकिल
मेंस्ट्रूअल साइकिल को नियमित करने में भी कांट्रेसेप्टिव का बहुत बड़ा रोल होता है। बहुत सारी महिलाओं को मेंस्ट्रूअल सिंड्रोम से गुजरना पड़ता है। contraceptive के इस्तेमाल से पीरियड्स भी नियमित हो जाते हैं और जिन महिलाओं को पीरियड्स के दौरान बहुत ज्यादा दर्द होता है या फिर उन्हें cramps होते हैं तो कांट्रेसेप्टिव का इस्तेमाल करने से ये भी कम हो सकता है
STD
कांट्रेसेप्टिव का इस्तेमाल करने से महिलाएं सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इनफेक्शन से भी बच सकती हैं। उन्हें अपनी वेल्बीइंग के लिए पुरुषों के ऊपर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। एसटीडी के कारण महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर, इनफर्टिलिटी और अन्य लंबे समय तक चलने वाली बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है लेकिन कॉन्ट्रासेप्टिव से यह खतरा कम हो सकता है। सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिजीज के लक्षण बहुत बाद में दिखाई देते हैं जिसके कारण इसका पता लगना बहुत मुश्किल हो जाता है लेकिन इसका इलाज संभव है। जब भी आपको पता चले कि आप एसटीडी से ग्रस्त है तो आपको तुरंत इलाज के लिए भागना चाहिए।
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