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Menstrual period: पीरियड्स के दौरान मूड स्विंग को मैनेज करने के कुछ बेहतरीन उपाय

पीरियड्स के समय महिलाओं में मूड स्विंग का अनुभव हो सकता है। हार्मोनल परिवर्तन और शारीरिक तनाव के कारण, कुछ महिलाएं पीरियड्स के दौरान अधिक चिढ़चिढ़ापन, उदासी, या चिंता का अनुभव कर सकती हैं। यह मानसिक स्विंग काफी सामान्य है।

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Kavya Gupta
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Menstrual period(freepik)

(Image Source: freepik)

Tips To Manage Mood Swings During Periods: पीरियड्स महिलाओं के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर असर डालते हैं। शारीरिक रूप से, पीरियड्स के समय महिलाओं को कई शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, जैसे कि पेट में दर्द, थकान, सिरदर्द, उच्च और नीचे पेट में ऐठन, आदि। मानसिक रूप से, कुछ महिलाएं पीरियड्स के समय चिढ़चिढ़ापन, उदासी, या चिंता का अनुभव करती हैं। इसलिए, पीरियड्स के समय अच्छा आहार, व्यायाम, और संतुलित जीवनशैल्य रखना महत्वपूर्ण होता है।

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पीरियड्स के दौरान मूड स्विंग को मैनेज करने के कुछ बेहतरीन उपाय

1. स्वस्थ आहार 

पीरियड्स के दौरान अच्छा खाना खाना मूड स्विंग्स को मैनेज करने में मदद कर सकता है। सही आहार लेने से आपके शारीर में विभिन्न हार्मोन के स्तर संतुलित रहते हैं और आपके मन को भी स्थिर रखने में मदद मिलती है। आहार जैसे: फल और सब्जियां, अनाज, मछली, अंडे, गुड कार्ब्स और फैट जैसे ऑलिव ऑयल, अवोकाडो और नट्स आपको अधिक ऊर्जा और ताकत प्रदान करता है, जिससे आपका मूड सही रहता है। 

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2. नियमित व्यायाम

योग, ध्यान या व्यायाम करना मानसिक स्वास्थ्य को सुधार सकता है और तनाव को कम कर सकता है। योग और एक्सरसाइज़ का पीरियड्स के मूड स्विंग्स पर अच्छा असर पड़ता है। योग और एक्सरसाइज़ से स्ट्रेस कम होता है, और शारीरिक गतिविधि बढ़ती है, जिससे हार्मोनल संतुलन में सुधार होता है और मूड स्विंग्स कम होते हैं। इसके अलावा, एक्सरसाइज़ से एंडोर्फिन्स फ्री होते हैं, जो मनोबल को बढ़ाते हैं और मूड को उत्तेजित करते हैं।

3. पर्याप्त आराम

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पूरी नींद लेने से शारीरिक और मानसिक तनाव कम होता है, जिससे मूड स्विंग्स कम होते हैं। इसलिए, नियमित और पर्याप्त नींद का ध्यान रखना महिलाओं के पीरियड्स के समय में महत्वपूर्ण है। प्रतिदिन की अच्छी नींद लेना और अपने शारीर को पर्याप्त आराम देना महत्वपूर्ण है।

4. स्ट्रेस मैनेज करे

पीरियड्स के समय में स्ट्रेस मैनेजमेंट मूड स्विंग्स को कम करने में मदद कर सकता है। योग, मेडिटेशन, दिनचर्या में समय निकालकर ध्यान देना, सही आहार, अच्छे विचार अपनाना आदि स्ट्रेस को कम करने में मदद कर सकते हैं। इन तकनीकों को अपनाकर, हिम्मत बढ़ती हैं और मूड को स्टेबल रखने में मदद मिलती है।

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5. थेरेपी लेना

पीरियड्स में थेरेपी लेना मूड स्विंग्स का इलाज करने में मदद कर सकता है। मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ या प्रोफेशनल से बातचीत करना और उनके साथ थेरेपी की सेशन्स लेना, मानसिक संतुलन को सुधारने में सहायक हो सकता है। थेरेपी सेशन्स के दौरान व्यक्ति अपने भावनाओं और विचारों को साझा करता है, जिससे उन्हें सही मार्गदर्शन और समर्थन मिलता है। इससे वे पीरियड्स के समय में अधिक स्थिर और संतुलित महसूस कर सकते हैं।

6. कॉफी और अल्कोहल से दूर रहना

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पीरियड्स के समय में कॉफी और अल्कोहल की मात्रा कम करने से मूड स्विंग्स में सुधार हो सकता है। कॉफी और अल्कोहल में मौजूद उत्तेजक तत्व और उनकी उच्च मात्रा कॉर्टिसोल की वृद्धि कर सकती है, जो मूड स्विंग्स को बढ़ा सकता है। साथ ही, इन्हें अधिकतम मात्रा में सेवन करने से सोने की क्षमता पर भी असर पड़ सकता है, जो पीरियड्स के समय में महत्वपूर्ण होती है। इसलिए, कॉफी और अल्कोहल की मात्रा को कम रखना मूड स्विंग्स को कम करने में मदद कर सकता है।

7. खूब पानी पिएं

पीरियड्स के समय में हाइड्रेटेड रहना मूड स्विंग्स को कम करने में मदद कर सकता है। पर्याप्त पानी पीना शरीर को हाइड्रेटेड और संतुलित रखने में मदद करता है, जिससे मानसिक संतुलन अच्छा बना रहता हैं । इसलिए, पीरियड्स के समय में पर्याप्त पानी पीना महत्वपूर्ण होता है।

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Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।

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