Mental Health: हर एक व्यक्ति के दिमाग में हज़ार ख्याल आते हैं कुछ अच्छें तो कुछ बुरे, लेकिन कभी - कभार हमारे बुरे ख्याल हमें काबू करने लगते हैं, जिसका हमपर बुरा असर पड़ता है। जरुरी है कि हम ऐसे ख्यालों को पीछे छोड़ आगे बढ़ें वरना ये हमारे आत्मविश्वास और आत्म सम्मान को ठेस पहुंचाते है। नेगेटिव थिंकिंग करते वक्त इंसान सिर्फ ऐसे बेबुनियाद ख्यालों को घर देता है जिनका कोई अस्तित्व ही नहीं है। ये सारे नेगेटिव थॉट का ना तो कोई सर है ना ही पैर बस हम खुद में ही कुछ सोचते रहते है। एक हद तक ये आदत ठीक है पर जब ये अधिक होजाए तो आपको हानी पहुँचा सकती है इसलिए ऐसे नेगेटिव थिंकिंग को रोकना आपके लिए काफी जरुरी है।
इन तरीको से रोकें अपना नेगेटिव थिंकिंग
1. अपने नेगेटिव वातावरण को बदले
आप जिन लोगों के साथ रहते है या जिस वातावरण में आपका सबसे ज्यादा समय बीतता है वो आपके थॉट प्रोसेस के लिए बहुत महवत्पूर्ण है। इसलिए अगर आप नेगेटिव वातावरण और टॉक्सिक लोगों से घिरे हुए है तो आप इसे जल्द से जल्द बदलें और खुद का ज्यादा वक्त हमेशा पॉजिटिव लोगों और वातावरण में बिताए।
2. मेडिटेशन
आप जभी स्ट्रेस महसूस कर रहें हो और मानसिक तौर पर वीक हो तो आपको मेडिटेशन इन चीजों से बहार निकाल सकता है। रोज कम से कम 10 मिनट का ध्यान आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा। इससे आपका स्ट्रेस रिलीफ होगा और आपके मन को शांति मिलेगी, आपको अपने थॉट प्रोसेस में क्लैरिटी मिलेगी और खुद के प्रति नेगेटिव थिंकिंग से जरूर छुटकारा भी मिलेगा।
3. अपने थॉट को लिखिए
अगर आप काफी नेगेटिविटी महसूस कर रहें है तो आप अपने दिनचर्या में जॉर्नलिंग की हैबिट बिल्ड कर सकते है। लिखने से आपको अपने थॉट में क्लैरिटी मिलेगी और आप खुद को और अधिक समझ पाएंगे। रोज 15 मिनट अपने विचरों को कागज पर लिखें इससे आपको हल्का भी महसूस होगा और वक्त के साथ नेगेटिव थिंकिंग भी काम होजाएगी।
4. खुद को फिजिकल एक्टिविटी में व्यस्त रखें
जब आप खाली बैठेंगे तो कई नेगेटिव विचार आपके दिमाग में आएगा इसलिए खुद को किसी फिजिकल काम में व्यस्त रखें ताकि ऐसे ख्यालों से आप दूर रह सके। आप रोज वर्कआउट या योग करें इससे आपका स्वास्थ भी बेहतर रहेगा और आपका मूड भी ठीक होगा।
5. प्रोफेशनल की मदद लें
कई बार किसी घटना या कोई एक्सपीरियंस के कारण हमारी मानसिक स्वास्थ बहुत बुरी तरह प्रभावित होती है। हमें काफी बुरे विचार आते है और हमें इससे निकलने में काफी परेशानी होती है। ऐसे वक्त आपको प्रोफेशनल की मदद लेनी चाहिए थेरपी से आपको अपने विचारों को समझने और उनपर काबू पाने में सहायता मिलेगी।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।