क्या है Bloating की समस्या और क्या होते है इसके कारण?

ब्लोटिंग एक सामान्य और सुविधाजनक समस्या होती है। इस समस्या में व्यक्ति के पेट मैं अत्यधिक भारीपन, और सामान्य सूजन या फिर अन्य दिक्कत हो सकती है, यह समस्या अक्सर खाने के बाद होती है।

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Sneha yadav
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Periods Pain

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WhatisBloatingandTheReasonBehindIt: ब्लोटिंग को हम पेट का फूलना या पेट में सूजन के रूप में जानते हैं। यह एक सामान्य और सुविधाजनक समस्या होती है। इस समस्या में व्यक्ति के पेट मैं अत्यधिक भारीपन, और सामान्य सूजन या फिर अन्य दिक्कत हो सकती है, यह समस्या अक्सर खाने के बाद होती है। ऐसे तो यह सामान्य है पर कभी-कभी यह बहुत ही गंभीर हो सकती है जिस व्यक्ति खूब बेचैनी महसूस होती है। यह समस्या डाइजेस्टिव सिस्टम से संबंधित होती है इसका मुख्य कारण पेट में गैस का इकट्ठा होना होता है। यह केवल शारीरिक स्वास्थ्य ही नहीं बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रभाव डालता है। तो आईए जानते हैं इसके कुछ कारण। 

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Bloating के 5 कारण 

1. असंतुलित आहार 

अपने स्वास्थ्य को हेल्दी बनाए रखने के लिए एक संतुलित आहार लेना बहुत जरूरी होता है। अगर हम अनहेल्दी फूड खाते हैं तो इससे बहुत सारी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। अत्यधिक ऑयल, मसालेदार और फटी भोजन का सेवन करने से डाइजेस्टिव सिस्टम प्रभावित होता है।  आहार को पचाने के लिए शरीर को अत्यधिक समय और एनर्जी की जरूरत होती है जिसकी वजह से पेट में गैस बनना शुरू हो जाता है। इन गैस की इकट्ठा होने की वजह से इंटेस्टाइन में जलन और सूजन हो जाती है। 

2. तेजी से खाना 

हम अक्सर अपने काम में इतना बिजी हो जाते हैं कि जब खाना खाने के बारी आती है तो उसमें भी जल्दबाजी करते हैं, पर यह जल्दबाजी हमारे सेहत के लिए नुकसानदायक होता है। बहुत तेजी से खाना खाने के दौरान व्यक्ति अधिक हवा कंज्यूम कर लेता है, यह हवा पेट में जाकर इकट्ठा होती है और ब्लोटिंग का कारण बनती है। जब हम खाना तेज कहते हैं तो भोजन सही ढंग से चलाया नहीं जाता जिसके कारण डाइजेस्टिव सिस्टम में दिक्कतें आती हैं। 

3. फाइबर का अधिक सेवन 

अगर हमारे शरीर के लिए फायदेमंद तो है पर इसका अत्यधिक सेवन हो कभी-कभी हमारे शरीर को हानि पहुंचा सकता है। फाइबर डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए सुचारू रूप से कार्य करता है। पर जब फाइबर की मात्रा बहुत अधिक हो जाती है तो यह इंटेस्टाइन में अधिक पानी और गैस को खींचना शुरू कर देता है जिससे ब्लोटिंग हो सकती है। इसलिए फाइबर का संतुलित सेवन करें और पानी पर्याप्त पिए।

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4. स्ट्रेस

अब के समय में सभी स्ट्रेस और चिंता में रह जाते हैं जो मानसिक तनाव के साथ शारीरिक तनाव का भी कारण बनता है। मानसिक तनाव और चिंता सीधा डाइजेस्टिव सिस्टम पर प्रभाव डालती है। जब कोई व्यक्ति अत्यधिक तनाव में होता है तो उसके पास अचन तंत्र की स्पीड धीमी पड़ जाती है जिससे गैस और ब्लोटिंग की समस्या उत्पन्न होती है। तनाव के कारण पेट की मांसपेशियां हार्ड हो जाती हैं जिससे गैस का निर्माण होता है। 

5. पानी की कमी 

पानी हमारे जीवन का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। अत्यधिक पानी पीना भी हमारे सेहत को हानि पहुंचती है पर इसकी कमी होना हमारे सेहत पर नकारात्मक असर डालता है। पानी की अप्रत्य मंत्र डाइजेस्टिव सिस्टम की स्पीड को धीमी कर देते हैं। पर्याप्त पानी न पीने से इंटेस्टाइन में कठोरता आ जाती है जिससे ब्लोटिंग की समस्या बढ़ जाती है। पानी डाइजेशन में मदद करता है और शरीर से टॉक्सिक पदार्थों को निकालने का काम करता है।

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