Effective Tips to Control Stress Eating: आजकल के लाइफस्टाइल में स्ट्रेस बहुत ज्यादा बढ़ गया है। इसका असर आपके ऐपेटाइट के ऊपर भी पढ़ रहा है। ऐसे में इमोशनल ईटिंग या फिर स्ट्रेस ईटिंग टर्म बहुत पॉप्युलर हो रही है। ऐसी स्थिति में व्यक्ति अपनी स्ट्रेस को मैनेज करने के लिए खाना खाता है। धीरे-धीरे स्ट्रेस ईटिंग इमोशंस को मैनेज करने का एकमात्र तरीका बन जाता है। ऐसे में खाना आपको कुछ समय के लिए स्ट्रेस से राहत दे सकता है लेकिन इसका ओवरऑल हेल्थ के ऊपर बुरा प्रभाव पड़ता है। चलिए जानते हैं कि कैसे आप स्ट्रेस ईटिंग पर काबू पा सकते हैं?
Stress Eating को कंट्रोल करने के लिए जानें ये टिप्स
माइंडफुल ईटिंग
स्ट्रेस ईटिंग से बचने के लिए आप माइंडफुल ईटिंग की तरफ बढ़ना शुरू करें। आप खाने की हर चीज के ऊपर ध्यान दें कि आप कब और किस समय क्या खा रहे हैं। खाते समय अपनी 5 सेंसेज के ऊपर ध्यान दें। इसके साथ ही खाते समय कोई और काम मत करें जैसे कुछ लोग साथ में मोबाइल चलाने लग जाते हैं, बुक पढ़ने लग जाते हैं या फिर किसी के साथ बातचीत करने लग जाते हैं। आप इस बात पर भी ध्यान दें कि आप भूख लगने पर खाना खा रहे हैं या फिर आप सिर्फ स्ट्रेस के कारण खाते जा रहे हैं।
ट्रिगर्स की पहचान
हमारी दिनचर्या में कुछ ऐसे ट्रिगर्स होते हैं जिसके कारण हम कुछ न कुछ खाते हैं। आपको इन ट्रिगर्स को पहचानने की जरूरत है कि किस वजह से आप स्ट्रेस ईटिंग करना शुरू कर देते हैं। जब आप उन इमोशंस को पहचान लेंगे तो आप स्ट्रेंस ईटिंग के साथ डील कर सकते हैं। ऐसे में आप अपनी दिनचर्या को जर्नल कर सकते हैं। इससे आपको अपने ईटिंग पैटर्न के बारे में पता चलेगा और आप यह भी जान पाएंगे कि आप दिन में कब भूख लगने पर खाते हैं और कब आप सिर्फ अपने ट्रिगर्स के कारण ही खाते रहते हैं।
रिलैक्सिंग टेक्निक्स
स्ट्रेस ईटिंग की मुख्य वजह आपका स्ट्रेस हो सकता है। इसलिए स्ट्रेस को खाने से शांत करने की बजाय आप रिलैक्सिंग टेक्निक्स की मदद ले सकते हैं जैसे आप योग, ब्रीदिंग टेक्निक्स या फिर मेडिटेशन कर सकते हैं। इससे आपका मन और बॉडी दोनों रिलैक्स होंगे। आप हल्की-फुल्की सैर की कर सकते हैं या फिर आप अन्य फिजिकल एक्टिविटीज में शामिल हो सकते हैं। इससे स्ट्रेस के साथ-साथ फिजिकल हेल्थ भी इंप्रूव होगी।
दिनचर्या को प्लान करें
अपने दिनचर्या को प्लान करके चलना स्ट्रेस को मात देने में बहुत मदद कर सकता है। आप अपने मील और स्नेक्स को प्लान करें। इससे आपको पता होगा कि आपको किस समय क्या खाना है। आपके पास पहले से ही अवेलेबल ऑप्शन होंगे। कई बार हम खाना खाते नहीं हैं और जब कोई इमोशन हमेंशा ट्रिगर करता है तब हम अनहेल्दी ऑप्शंस की तरफ भागते हैं क्योंकि हमारे पास कोई हेल्दी ऑप्शन अवेलेबल नहीं होता है। जब आप का पेट पहले से ही भरा हुआ होगा तब आप अनहेल्दी ईटिंग से भी बचेंगे और आपका स्ट्रेस भी कम होगा।
थेरेपी
अगर आप स्ट्रेंस ईटिंग से छुटकारा नहीं पा रहे हैं तो ऐसे में आपको दूसरों की मदद जरूर लेनी चाहिए। स्ट्रेस होने पर किसी के साथ बातचीत कर सकते हैं या फिर थेरेपी ले सकते हैं। ऐसे में हेल्थ केयर प्रोवाइडर की मदद लेना बिल्कुल सही साबित हो सकता है क्योंकि स्ट्रेस ईटिंग के आपको बहुत सारे नुकसान है। ऐसे में आपका स्ट्रेस भी काबू में नहीं होगा और आपको फिजिकल समस्याएं भी होने लग जाएंगी।