Weakness In Periods: महिलाओं को पीरियड्स के दौरान अक्सर वीकनेस महसूस होती है। ज्यादातर महिलाओं को पेट, दर्द और कमजोरी की समस्या होती है। ब्लीडिंग होने से समस्या होती है और ज्यादा ब्लीडिंग की समस्या से एनीमिया होने के चान्सेज भी हो सकते हैं। पीरियड्स सायकल लगभग 5 से 7 दिनों के बीच का होता है इस दौरान महिलाओं को ज्यादा थकान और दर्द का आभास होता है।
जानिए पीरियड के दौरान कमजोरी क्यों महसूस करती हैं महिलाएं
1. खून की कमी
पीरियड्स में गर्भाशय में जमी ब्लड की परत बहने लगती है, जिसके वजह से शरीर में खून की कमी हो जाती है। ब्लड के नुकसान से आयरन के स्तर में कमी हो सकती है, जिससे आयरन की कमी वाले एनीमिया के रूप में जाना जाता है। एनीमिया थकान, कमजोरी और एनर्जी की कमी का कारण बन सकता है।
2. हार्मोन्स में बदलाव
एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन का स्तर पूरे पीरियड सायकल में बढ़ता और गिरता है। जैसे ही पीरियड शुरू होता है, इन हार्मोन का स्तर काफी कम हो जाता है। हार्मोन्स में बदलाव की वजह से थकान और कमजोरी उत्पन्न होती है।
3. दर्द और बेचैनी
पीरियड्स में ऐंठन पेनफुल और अनकम्फर्टेबल हो जाती है। दर्द से निपटना फिजिकली और इमोशनली रूप से थका देने वाला होता है, जिससे कमजोरी और थकान पैदा होती है।
4. नींद की गड़बड़ी
पीरियड्स के दौरान हार्मोन्स में बदलाव स्लीप सायकल को बिगाड़ देता है। जिससे नींद की क्वालिटी खराब होती है और खराब नींद या अनिद्रा की समस्या हो सकती है। आरामदायक नींद की कमी के कारण थकान और कमजोरी महसूस हो सकती है।
5. न्यूट्रीशन की कमी
कुछ महिलाओं में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है, जैसे कि मैग्नीशियम या विटामिन बी 12 का घटा हुआ स्तर, जो पीरियड के दौरान कमजोरी और थकान में योगदान कर सकता है।
6. प्रोस्टाग्लैंडिन्स
पीरियड्स के दौरान, प्रोस्टाग्लैंडिन्स नाम का कैमिकल यूटेरस से रिलीज करता है और इसकी परत को छोड़ देता है। प्रोस्टाग्लैंडिंस शरीर की अन्य मसल्स को भी इफेक्ट कर सकते हैं, जिससे क्रैम्पस और अन्य परेशानियाँ हो सकती हैं जिसके कारण कमजोरी महसूस होती है।
चेतावनी: प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।