What is mood swings: आसान शब्दों में कहें तो मूड स्विंग्स का मतलब है कि एक समय अगर गुस्सा हो रहे हो तो दूसरे समय आप खुश हो रहे हो। और महिलाओं में ये मूड स्विंग्स हम ज्यादा देखते हैं। शरीर में हार्मोन की परिर्वतन के वजह से मूड स्विंग्स होता है।
क्यों महिलाओं को ज्यादा मूड स्विंग्स होते हैं।
1. मानसिक हालत
कभी कभी मानसिक हालत ठीक न रहने की वजह से भी मूड स्विंग्स होते हैं। अगर उनके परिवार में कोई समस्या है तो उससे भी उनका मूड बदलता रहता है।
2. पीरियड्स से पहले
पीरियड्स से भी एक महिला को मूड स्विंग्स होते हैं। पीरियड्स होने के 1 हफ़्ते पहले से उनके मूड में परिवर्तन आना शुरू हो जाता है। ये पीरियड्स से पहले शरीर में जो हार्मोन की जो परिवर्तन होते हैं उनका प्रभाव है।
3. शारीरिक परिवर्तन
जब एक लड़की बड़ी होती हैं तब उनके शरीर में हार्मोन्स में परिवर्तन होते हैं। इस कारण से भी एक लड़की की मूड में परिवर्तन आते हैं। 12 साल से ही एक लड़की में शारीरिक परिवर्तन शुरू हो जाता है और तभी से हार्मोंस भी परिर्वतन होता है। और इससे स्वभाव में परिवर्तन आते हैं।
4. नींद पूरी न होना
अगर एक महिला के ऊपर बहुत ही ज्यादा काम का बोझ है और उनकी नींद पूरी नहीं हो रही है तो वो थोड़ी चिडचिडी रहती हैं। पर ये कुछ ही समय बाद सही भी हो जाता है।
5. पीरियड्स रुक जाना
45 साल के बाद कुछ महिलाओ के पीरियड्स रुक जाते हैं। अगर आप ध्यान दें तो देखेंगे सिर्फ कम उमर के महिला को ही मूड स्विंग्स नही होते थोड़ी बुजुर्ग महिला को भी मूड स्विंग्स होते हैं। एक उम्र के बाद जब पीरियड बंद हो जाता हे तब शरीर में हार्मोन में परिवर्तन होते हैं, जिससे उनका मूड स्विंग्स होता है।
ज्यादा चिन्ता और उमर बढ़ने के साथ-साथ महिलाओ के मूड परिवर्तन होता है। ज्यादा समय के लिए उनका एक ही मूड नहीं रहता है।
चेतावनी: प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।