Why It's Essential To Express Anger In Healthy Way: हम सब जीवन के इस सफर में अलग-अलग इमोशंस से गुजरते हैं। हर इमोशंस को स्वीकार करना और उसे व्यक्त करना बहुत जरूरी हो जाता है। अगर हम अपने किसी भी इमोशंस को दबाकर रखते हैं तो इससे हम स्ट्रेस में रहने लग जाते हैं। हमारा स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है या फिर हम अपने इमोशंस को समझ ही नहीं पाते हैं। ऐसा ही एक इमोशन गुस्सा है जिसे हमेशा ही नेगेटिव तरीके से देखा जाता है। इसे नॉर्मलाइज नहीं किया जाता है। जब भी कोई गुस्सा दिखाता है तो हमेशा ही उसे व्यक्ति को गलत बोला जाता है। असल में अगर हम हेल्दी तरीके से अपने गुस्से को व्यक्त करते हैं तो इसमें कोई भी बुराई नहीं है।
गुस्से को अंदर क्यों नहीं दबाना चाहिए?
हम खुद को व्यक्त नहीं करते
सबसे पहले हमें यह समझने की जरूरत है कि गुस्सा भी एक नॉर्मल इमोशन है। यह बाकी सब इमोशंस की तरह ही है। अगर किसी व्यक्ति को किसी बात पर गुस्सा आता है और वह उसे हेल्दी तरीके से व्यक्त कर रहा है तो आपको उसे जज नहीं करना चाहिए बल्कि उसे खुद को व्यक्त करने देना चाहिए। इससे आप बहुत हल्का महसूस करते हैं और खुद को समझने लगते हैं।
मानसिक समस्याएं
अगर हम अपने गुस्से को अंदर ही दबाकर रखते हैं और किसी के साथ शेयर नहीं करते हैं या फिर खुद को ही कोसते करते हैं तो इससे एंजायटी हो सकती है। हम स्ट्रेस में रहने लग सकते हैं। हम किसी ऐसी स्थिति या व्यक्ति पर इसे निकाल सकते हैं, जिसका इससे कोई लेना-देना नहीं है। अगर आपको हमेशा ही गुस्से को व्यक्त करने से रोका जाता है तो इससे यह भी पॉसिबल है कि आप खुद को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करें। गुस्सा को अंदर दबा लेने से यह प्रतिक्रियाएं किसी लंबी बीमारी में भी तब्दील हो सकती है जैसे आपको ब्लड प्रेशर की समस्या आने लग जाती है या फिर आपका हार्ट भी इफेक्ट हो सकता है आदि।
रिश्ते खराब हो सकते हैं
अगर हम खुशियों को एक दूसरे के साथ एंजॉय करते हैं, गम के मौके पर एक दूसरे के साथ बैठते हैं रोते हैं या फिर उसे बताते हैं तो वो कम हो जाता है। इस तरीके से ही गुस्सा है। अगर आप इसे हेल्दी तरीके से एक- दूसरे के साथ खत्म नहीं करते हैं तो आपके रिश्ते खराब हो सकते हैं। आपके मन में एक दूसरे के लिए बुरी भावनाएं पैदा हो सकती हैं। आपको उस व्यक्ति के बारे में गलतफहमियां हो सकती हैं। आप उसे व्यक्ति को देखना नहीं पसंद करेंगे लेकिन अगर आप गुस्से को व्यक्त कर लेते हैं शायद हो सकता है कि आपके रिश्ते में दोबारा से प्यार आ जाए या फिर सभी मनमुटाव खत्म हो जाएं।
यह नॉर्मल है
एक बात हमें और समझने की जरूरत है कि गुस्सा एक नॉर्मल इमोशन है। इसको लेकर हमें कुछ भी गलत सोचने की जरूरत नहीं है। सबसे जरूरी है कि आपको अपने गुस्से को व्यक्त करने का तरीका आना चाहिए ऐसा नहीं है कि गुस्से में आप किसी दूसरे का नुकसान कर दे या फिर हिंसा का रास्ता पकड़ ले। अगर आप हेल्दी तरीके से अपने गुस्से को जाहिर कर रहे हैं और अपने मन को शांत कर रहे हैं तो इससे आप बहुत रिलैक्स महसूस करेंगे। इसके साथ ही गुस्से को सही तरीके से व्यक्त करने से आप अपने इमोशंस को मैनेज करना सीखते हैं और उसे स्वीकार भी करते हैं। आप उससे भागते नहीं है और खुद को नुकसान पहुंचाने की तरफ नहीं जाते हैं।