FAQs About Menstruation: मेंस्ट्रुअल साइकिल एक प्राकृतिक प्रक्रिया है और पीरियड इसका पार्ट है जो महिलाओं को हर महीने होते हैं। एक मेंस्ट्रूअल साइकिल 28 से 29 दिनों का होता है। इस प्रक्रिया में महिलाओं को कुछ देने के लिए वजाइना में से ब्लड निकलता है जिसे हम पीरियड कहते हैं। यह 2 से 7 दिन के बीच में हो सकते हैं। ऐसे में महिलाओं को बहुत सारे लक्षण दिखाई देते हैं और उन्हें पेन भी होती है। हर महिला का पीरियड का अनुभव अलग होता है। आज हम मेंस्ट्रुएशन के बारे में सभी जरूरी सवालों के जवाब जानेंगे। चलिए शुरू करते हैं-
जानिए मासिक धर्म से जुड़े कुछ सवालों के जबाब
पीरियड्स कब शुरू होते हैं?
आमतौर पर पीरियड्स लड़कियों को 12 साल की उम्र में आने शुरू हो जाते हैं। यह कुछ लड़कियों को इससे पहले या बाद में ही हो सकते हैं। यह बिल्कुल नॉर्मल है। शुरुआत में पीरियड अच्छे से नहीं आते है लेकिन धीरे-धीरे रेगुलर होना शुरू हो जाते हैं। एक बार पीरियड रेगुलर होने के बाद आपका पीरियड साइकिल 23 से 35 दोनों का हो जाता है जिसमें आपको हर महीने 2 से 7 दिन के लिए पीरियड आएंगे।
पीरियड के बारे में पहले बात की जा सकती है?
लड़कियों के बड़े होने से ही उन्हें पीरियड के बारे में बताना शुरू कर देना चाहिए क्योंकि जब वो पीरियड से गुजरती हैं तब उन्हें कुछ समझ नहीं आता है। उन्हें पहले से कोई जानकारी नहीं होती है जिस कारण वो पीरियड आने पर डर जाती हैं या फिर उन्हें खुद को हैंडल करना नहीं आता है। इसलिए आप 8 साल के बाद बच्चे से पीरियड्स के बारे में जानकारी शेयर करना शुरू कर दीजिए। इससे उसे पहली बार पीरियड्स में आसानी मिलेगी।
क्या पीरियड्स में सिर्फ पैड इस्तेमाल कर सकते हैं?
पीरियड्स के दिनों में ब्लीडिंग होती है जिसे सोक करने के लिए लड़कियां किसी चीज या प्रोडक्ट की यूज़ करती हैं। ऐसे में बहुत सारे पीरियड प्रोडक्ट्स मार्केट में अवेलेबल है। ऐसा नहीं है कि आप सिर्फ पैड की इस्तेमाल कर सकते हैं। आप अपने खर्च, आराम और फ्लो के हिसाब से अपना पीरियड प्रोडक्ट चुन सकते हैं। पैड भी डिफरेंट साइज में आते हैं। आप उन्हें अपने फ्लो के अनुसार यूज़ कर सकते हैं। इनके अलावा मेंस्ट्रूअल कप, पीरियड पेंटीज या टैम्पोन आदि भी मार्केट में अवेलेबल हैं।
PMS क्या है?
प्री मेंस्ट्रूअल सिंड्रोम कुछ ऐसे लक्षण हैं जो पीरियड्स के कुछ दिन पहले दिखाई देते हैं। यह लक्षण भावनात्मक और शारीरिक हो सकते हैं। इसमें महिलाओं को फूड क्रेविंग्स, मूड स्विंग्स, ब्लोटिंग, सिर दर्द, क्रैंप्स, ब्रेस्ट टेंडर्नेस और स्ट्रेस आदि लक्षण महसूस होते हैं। इन लक्षणों को मैनेज करने के लिए आपको अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करना होगा जैसे आप हेल्दी डाइट लीजिए, रोजाना एक्सरसाइज करें, अपनी नींद को पूरा करें और स्ट्रेस कम करने के लिए योग या फिर मेडिटेशन को रूटीन में शामिल करें। इसके साथ अल्कोहल और स्मोकिंग को अवॉइड करें।
क्या पीरियड्स का डिले या मिस होना सही है?
अगर पीरियड्स में कुछ दिनों के लिए देरी हो रही है तो यह एक नॉर्मल बात है लेकिन अगर ज्यादा दिनों के लिए ऐसा हो रहा है तो आपको कोई हेल्थ कंडीशन हो सकती है जैसे PCOS, ज्यादा वजन बढ़ जाना या फिर कम हो जाना, प्रेगनेंसी, इंटेंस वर्कआउट और स्ट्रेस आदि। अगर आपको 6 हफ्ते के लिए पीरियड्स नहीं आए हैं है तो आपके पीरियड मिस हो गए हैं।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।