Ways To Deal With Stress Addiction: स्ट्रेस हमारी जिंदगी का एक हिस्सा है जिसे हम किसी न किसी कारण जरुर महसूस करते हैं। जब हमारी बॉडी को कोई खतरा महसूस होता है तो उसके रिस्पांस से हमारी बॉडी में स्ट्रेस पैदा होता है। स्ट्रेस के कारण बॉडी में बहुत सारे बदलाव आने लग जाते हैं जैसे सिर दर्द, थकावट और पेट में खराबी आदि हो जाती है। इसके साथ ही हमें एंग्जायटी, डिप्रैशन या फिर मूड स्विंग्स भी होने लग जाते हैं। बहुत सारे लोग जब स्ट्रेस को मैनेज नहीं कर पाते हैं तब वह किसी Substance का भी इस्तेमाल करने लग जाते हैं। वहीं पर बहुत सारे लोग स्ट्रेस एडिक्ट भी हो जाते हैं। यह एक ऐसे व्यवहार का पैटर्न होता है जब लोग स्ट्रेसफुल स्थितियों में जानबूझकर घुसते हैं ताकि वे अपना काम खत्म कर पाए। यह प्रोडक्टिव रहने का एक तरीका होता है। चलिए इससे निपटने के कुछ तरीका जानते हैं
Stress Addiction से उबरने के लिए जानें ये उपाय
ट्रिगर्स की पहचान जरूरी
इससे निपटने के लिए ट्रिगर्स की पहचान करना बहुत जरूरी है कि ऐसी कौन सी स्थितियां या फिर लोग हैं जिनकी वजह से हम ऐसा करना चाहते हैं। इसके साथ ही हमें अपनी बॉडी का स्ट्रेस के प्रति रिस्पांस भी जरूर चेक करें। हमें यह भी पता होना चाहिए कि स्ट्रेस हमारे मूड, विचार और व्यवहार को कैसे प्रभावित करता है।
डीप ब्रीदिंग टेक्निक्स
स्ट्रेस एडिक्शन से निपटने के लिए हमें डीप ब्रीदिंग टेक्निक्स को जरूर सीखना चाहिए। इससे स्ट्रेस सिर्फ कम ही नहीं होता है बल्कि आपकी ओवरऑल वेल्बइंग के ऊपर बहुत पॉजिटिव असर पड़ता है। इससे हमारा माइंड और बॉडी दोनों ही रिलैक्स हो जाते हैं और मूड भी अच्छा हो जाता है। इसके साथ ही टेंशन भी रिलीज हो जाती है और फॉक्स भी बढ़ जाता है। अगर हमारे स्लीप पैटर्न में भी कोई खराबी चल रही है तो वह भी रेगुलेट हो जाता है और कॉर्टिसोल का लेवल भी कम होता है।
नेगेटिव बातें बंद करें
हमें खुद से नेगेटिव बातें भी नहीं करनी चाहिए बल्कि खुद को हमेशा ही प्रोत्साहित करना चाहिए और काइंडनेस से पेश आना चाहिए। हमे अपनी स्थिति को समझना चाहिए और ऐसे लोगों से बात करनी चाहिए जिनके आसपास सुरक्षित महसूस होता है। आज में रहने की कोशिश करें। इसके लिए हम योग की मदद ले सकते हैं।
फिजिकल एक्टिविटी बहुत जरूरी
फिजिकल एक्टिविटी करना भी बहुत जरूरी है। इससे भी स्ट्रेस बहुत ज्यादा कम होता है और Endorphins रिलीज होते हैं। फिजिकल एक्टिविटी करने के लिए हम सैर या फिर योग कर सकते हैं। अगर हमें स्विमिंग या फिर साइकिल अच्छी लगती है तो यह भी फिजिकल एक्टिविटी के लिए अच्छा ऑप्शन हो सकता है। इसके साथ ही घर पर मत रहें। प्रकृति के बीच समय जरूर बताएं।
मेडिटेशन और माइंडफूलनेस एक्टिविटीज
मेडिटेशन और माइंडफूलनेस एक्टिविटीज करना भी बहुत जरूरी है। हम बैठकर भी मेडिटेशन कर सकते हैं और या फिर चलते-फिरते भी हो सकती है। हम शुरुआत बहुत कम समय से कर सकते हैं। जब हम मेडिटेशन शुरू करते हैं तब आपके अंदर धैर्य आने लग जाता है। हमारा खुद पर कंट्रोल रहने लग जाता है। हमारे विचार बहुत ज्यादा रिलीज हो जाते हैं और ओवर थिंकिंग से भी बचते हैं।