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ब्रेस्ट और सर्विक्स महिलाओं के सबसे महत्वपूर्ण अंग समझे जाते हैं। साथ ही यह इन्फेक्शन से बहुत जल्दी प्रभावित होते हैं। ब्रेस्ट और सर्विक्स में कैंसर हार्मोन, यौन संक्रमण और पर्यावरणीय कारकों से अधिक प्रभावित होता हैं। विशेष रूप से HPV संक्रमण और हार्मोनल बदलाव इन कैंसरों के मुख्य कारण हैं। महिलाओं के प्राइवेट पार्ट को नॉर्मल हाइजीन से नहीं थोड़ी अधिक देखभाल की आवश्यकता होती हैं। ऐसे में इस सुविधा या बार बार संक्रमण से ग्रस्त होना कैंसर सेल्स को एक्टिवेट कर देता हैं।
कैंसर महिलाओं को Breast और Cervix में अधिक प्रभवित क्यों करता हैं?
Cervical cancer के कारण
सर्वाइकल कैंसर महिलाओं के cervix की सेल्स में होने वाला कैंसर हैं, जिसका मुख्य कारण हयूमन पेपीलोमावायरस (HPV) संक्रमण हैं। यह भारत में महिलाओं में पाया जाने वाला दूसरा सबसे आम कैंसर हैं। यह कैंसर गर्भाशय के निचले हिस्से (ग्रीवा) की कोशिकाओं में शुरू होता हैं, जो योनि से जुड़ा होता हैं। HPV वायरस भी कई बार समय के साथ कैंसर में बदल सकता हैं। इसके मुख्य कारण early age में sex करना या मल्टीपल सेक्स पार्टनर रहना, स्मोकिंग, वीक इम्युनिटी सिस्टम और irregular चेकअप साथ ही unsafe सेक्स सबसे बड़ा कारण हैं।
Cervical cancer को कैसे पहचाने?
वजाइना से असमान्य रक्तस्राव जैसे सेक्स और पीरियड्स के बीच समान्य से अधिक रक्त बहाव होना इसका प्रमुख कारण हो सकता हैं। वजाइना में दुर्गंधयुक्त स्त्राव, वजाइना में दर्द और सेक्स के दौरान दर्द से सामान्य से लक्षण लगते हैं , लेकिन सर्वाइकल कैंसर का कारण भी हों सकते हैं। HPV वायरस सबसे बड़ा कारण हैं, इसलिए रेगुलर चेक अप अवश्य करवाएं।
Breast cancer महिलाओं में होने के कारण
हार्मोनल प्रभाव
एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरॉन जैसे महिला हार्मोन स्तन ऊतकों को प्रभावित करते हैं। जीवन भर में हार्मोनल उतार चढ़ाव जैसे पीरियड्स, प्रेगनेंसी, मेनोपॉज स्टार कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।
पर्यावरणीय कारण
पोल्यूटेड एनवायरमेंट का महिलाओं पर असर होता हैं लेकिन इस हद तक कि कैंसर का कारण बन जाएं आम नहीं लगता हैं। हाल की रिसर्च में पता चला हैं कि प्रदूषित हवा, विशेष रूप से PM 2.5 और नाइट्रोजन डाइऑक्साइड ब्रेस्ट कैंसर के रिस्क को बढ़ाते हैं।
आनुवांशिक प्रवृत्ति
रिसर्च के अनुसार BRCA1 और BRCA2 जैसे जीन में बदलाव स्तन कैंसर की संभावना बढ़ाते हैं।
अन्य जोखिम कारक
देर से गर्भधारण या कभी गर्भधारण न करना भी ब्रेस्ट कैंसर का कारण हो सकते हैं। मोटापा, एल्कोहल ड्रिंकिंग, family history भी ब्रेस्ट कैंसर के सेल्स को एक्टिवेट करने में भूमिका निभाती हैं।
क्या हैं यह कैंसर महिलाओं में अधिक होने के कारण?
महिलाओं की शारीरिक संरचना और हार्मोनल साइकल बताती हैं कि महिलाओं(Women) के अंग काफी संवेदनशील हैं। HPV संक्रमण केवल महिलाओं के गर्भाशय ग्रीवा को प्रभावित करता हैं, जिससे सर्वाइकल कैंसर विशेष रूप से महिलाओं में होता हैं। ब्रेस्ट सेल्स हार्मोनल बदलावों के प्रति अधिक प्रतिक्रियाशील होते हैं, जिससे स्तन कैंसर का खतरा बढ़ता हैं।
साथ ही समाज में महिलाओं की बिमारियों के लिए इतनी जागरूकता नहीं जितनी आवश्यक हैं। महिलाओं को रेगुलर बॉडी चेकअप की जरूरत होती हैं जिसे अक्सर नजरअंदाज किया जाता हैं। महिलाओं में होने वाले हार्मोनल बदलाव भी समाज में मजाक का केंद्र रहते हैं। ऐसे में जागरूकता सबसे बड़ा बदलाव का कारण बन सकती हैं।
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