How FOMO Affects Our Well-being: सोशल मीडिया के समय में 'फीयर ऑफ़ मिसिंग आउट' आम बात हो गई है। इससे हमारी वेल्बीइंग, बिहेवियर और विचार प्रभावित होते हैं। हमें ऐसा लगने लग जाता है कि हम अपनी लाइफ में बहुत कुछ मिस कर रहे हैं और दूसरे लोग बहुत अच्छी जिंदगी जी रहे हैं। हम अपने बारे में बहुत ज्यादा नेगेटिव सोचने लग जाते हैं, इससे हमारे अंदर ईर्ष्या भी पैदा होती है और तुलना बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। आपको लगता है कि सब के साथ अच्छा हो रहा है लेकिन आप ही इसका पार्ट नहीं है। सोशल मीडिया के कारण यह बहुत ज्यादा बढ़ गया है। इसके कारण हम अपनी जिंदगी में खुश नहीं हो पा रहे हैं। चलिए जानते हैं कि इससे हमारी जिंदगी कैसे प्रभावित होती है-
रिसर्च के अनुसार, "आज, पहले से कहीं ज़्यादा, लोगों को इस बारे में बहुत सारी जानकारी मिलती है कि दूसरे क्या कर रहे हैं और लोगों को इस बात की निरंतर अनिश्चितता का सामना करना पड़ता है कि क्या वे पर्याप्त काम कर रहे हैं या क्या वे अपने जीवन के संदर्भ में वहीं हैं जहाँ उन्हें होना चाहिए"।
कैसे FOMO का हमारी Wellbeing पर प्रभाव पड़ रहा है?
खराब मेंटल हेल्थ
FOMO के कारण आपकी मेंटल हेल्थ खराब होने लग जाती है। आप हमेशा स्ट्रेस में रहने लग जाते हैं इसके साथ ही डिप्रेशन या एंग्जायटी की समस्या तक बात पहुंच सकती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आप हमेशा ही नेगेटिव सेल्फ टॉक करते हैं। आपको लगता है कि मेरी जिंदगी में कुछ अच्छा नहीं हो रहा है या फिर आप दूसरों से पीछे हैं। इस स्थिति में आप दूसरों को खुद से कंपेयर करते हैं और जब आपको यह महसूस होता है कि वह आपसे ज्यादा अच्छा कर रहे हैं या फिर उन्होंने जो अचीव किया है वो अभी तक आपने नहीं किया है तब आपको स्ट्रेस या फिर खराब मेंटल हेल्थ से गुजरना पड़ता है।
ज्यादा काम
फीयर ऑफ़ मिसिंग आउट डर से आप हमेशा ही वो काम करते हैं जो आपको अच्छे नहीं लगते हैं। आपको लगता है कि अगर आप यह नहीं करेंगे तो पीछे रह जाएंगे या फिर सक्सेसफुल नहीं हो पाएंगे। आपको लगता है कि अगर यह काम दूसरे कर रहे हैं तो मेरे लिए भी यह जरूरी है। इसके कारण आप बर्नआउट होने लगते हैं क्योंकि आप अपनी एनर्जी बहुत ज्यादा खर्च करने लग जाते हैं। आपको ऐसा लगने लग जाता है कि मुझे आगे बढ़ाने के लिए या फिर ग्रोथ के लिए सब कुछ करना पड़ेगा लेकिन जिंदगी में ऐसा नहीं होता है।
दूसरों से जलन
आपको दूसरों की सक्सेस या फिर अचीवमेंट देखकर ईर्ष्या होने लग जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आपको लगता है कि आपकी जिंदगी में कुछ भी अच्छा नहीं हो रहा है। आप हर चीज को खुद के साथ जोड़कर देखने लग जाते हैं। इससे आपके रिश्ते खराब होने लग जाते हैं क्योंकि आप दूसरों की खुशियों में खुश नहीं होते हैं। आपको इस बात का डर रहता है कि आप जिंदगी की दौड़ में पीछे ना रह जाए। ऐसी सोच के कारण आप कुछ भी एंजॉय नहीं कर पाते हैं और अपने रिश्ते भी गवा बैठते हैं।
जल्दबाजी में फैसले
फीयर ऑफ़ मिसिंग आउट के कारण आप अपने फैसले भी बहुत जल्दबाजी में लेने लग जाते हैं जिसके कारण उनके गलत होने के चांसेस भी बढ़ जाते हैं। आप यह सब दूसरों के साथ कनेक्शन बनाने के लिए करते हैं या फिर खुद को तसल्ली देने के लिए करते हैं। इससे आपका जरूरी चीजों से फॉक्स हट जाता है। आप खुद को बहुत पीछे छोड़ देते हैं। आप उन चीजों को करना शुरू करते हैं जो सब कर रहे हैं।
फीयर ऑफ़ मिसिंग आउट कभी भी आपके लिए फायदेमंद नहीं हो सकता है क्योंकि इससे आप खुद की ना सुनते हुए जो आपके आसपास हो रहा है, उस पर ज्यादा फोकस करते है। इससे आपकी प्रोडक्टिविटी कम होती है। आपके अंदर सेल्फ कॉन्फिडेंस की कमी होती है क्योंकि आप जो कर रहे होते हैं, उस पर आपको यकीन नहीं होता है। आप हमेशा दूसरों को फॉलो करने में लगे रहते हैं ताकि आप कहीं पीछे ना छूट जाए या फिर आप दूसरों के साथ कनेक्ट रह सके।