How To Make Yourself Emotionally Strong: महिलाएं खुद को इमोशनली स्ट्रांग रखने के लिए कुछ बातों पर ध्यान दें जैसे कि अपने मन में चल रहे विचारों को लिखना जिसे हम जर्नलिंग कहते हैं, पर्याप्त मी टाइम लेना यानी खुद के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड करना, जो कार्य करना आपको अच्छा लगता है वह कार्य करना, जिंदगी अपने अनुसार जिन फाइनेंशली इंडिपेंडेंट होना, सेल्फ केयर करना इत्यादि। अब आप सोच रहे होंगे कि इमोशनली स्ट्रांग होने का इन सारी चीजों से क्या लेना देना? लेकिन महिलाएं अक्सर खुद से ज्यादा प्राथमिकता दूसरों को देती हैं, दूसरों की रिस्पांसिबिलिटी उठाते उठाते हैं वह खुद की रिस्पांसिबिलिटी उठाना भूल जाती हैं।
महिलाओं का इमोशनली स्ट्रांग होना बहुत जरूरी है और कभी-कभी वह ऐसा नहीं कर पाती इसका मुख्य कारण यह है कि वह प्रथम प्राथमिकता खुद को देती ही नहीं है और दूसरों को दूसरों की रिस्पांसिबिलिटी को उनकी इच्छाओं को सुनते-सुनते ही अपना जीवन व्यतीत कर देती है लेकिन ऐसा करना उनके स्वयं के साथ नाइंसाफी है।
इमोशनली स्ट्रांग बनने के लिए क्या किया जाए?
1. Me-Time
महिलाओं को इमोशनली स्ट्रांग रहने के लिए जरूरी है कि वह प्रथम प्राथमिकता खुद को दें और खुद के साथ क्वालिटी टाइम यानी कि 'मी टाइम' स्पेंड करें। खुद के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड करते वक्त वह अपने मन में चल रहे विचारों पर ध्यान दे सकती हैं, उनको लिख सकती हैं, कोई कार्य कर सकती हैं जिसे करके उन्हें खुशी मिले जैसे की डांस करना अपनी मनपसंद डिश बनाकर खाना, सोलो डेट पर जाना कोई मूवी देख लेना। मी टाइम में आप अपना सारा वक्त खुद को देते हैं खुद की भावनाओं को देते हैं और प्रथम प्राथमिकता भी खुद को ही देते हैं ऐसा करने से आप मानसिक रूप से खुश महसूस करते हैं क्योंकि आप अपनी भावनाओं को इग्नोर करने के बजाय उन पर ध्यान दें केंद्रित करते हैं।
2. Meditation
नियमित रूप से मेडीटेट करने से आपका मानसिक तनाव कम होता है और आपके फोकस करने की क्षमता बढ़ती है। मेडिटेशन ध्यान करने की प्रक्रिया को कहा जाता है जिसमें आप अपना पूरा ध्यान किसी एक चीज पर लगाते हैं वह आपकी श्वास हो सकती है कोई मंत्र हो सकता है या आप अपने मन में यह विचार कर रहे हो कि आप जीवन में क्या पाना चाहते हैं इस ध्यान लगाने की प्रक्रिया को हम मेडिटेशन कहते हैं। महिलाओं को मेडिटेशन अपनी लाइफ का एक हिस्सा बना लेना चाहिए। मेडिटेशन करने से महिलाओं का फोकस बढ़ेगा वह अपने करियर में यानी कि प्रोफेशनल लाइफ में सक्सेस हासिल कर पाएंगे और अपनी पर्सनल लाइफ में खुश रह पाएंगी और हेल्दी रिलेशनशिप भी मेंटेन करने में आसानी होगी।
3. Healthy Lifestyle
हेल्दी लाइफ़स्टाइल मेंटेन करना किसी को भी अपनी जिंदगी में सफल और खुश व्यक्ति बन सकता है। हेल्दी लाइफ़स्टाइल मेंटेन करना जैसे पर्याप्त नींद लेना पर्याप्त मात्रा में पानी पीना हेल्दी और न्यूट्रिशस डायट फॉलो करना, योग अभ्यास वर्कआउट करना, खुद के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड करना खुद को प्रथम प्राथमिकता देना और अपने रिलेशनशिप भी मेंटेन रखना इसे आप एक हेल्थी लाइफस्टाइल कह सकते हैं। हेल्दी लाइफ़स्टाइल फॉलो करने से आप शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से स्वस्थ रहेंगे और अपने प्रोफेशनल यानी कि अपनी करियर में सक्सेस हासिल कर पाएंगे और अपने पर्सनल रिलेशनशिप को भी मेंटेन कर सकेंगे।
4. Financially Independent
फाइनेंशली इंडिपेंडेंट होना महिलाओं के लिए प्रथम प्राथमिकता होनी चाहिए जब महिलाएं अपने खर्च उठाने के लिए सक्षम होगी अपनी जिंदगी में अपने मुताबिक जी सकेंगे उन्हें समिति की या किसी भी और व्यक्ति की बात सुनने की आवश्यकता नहीं होगी। फाइनेंशली इंडिपेंडेंट होने से महिलाएं अपनी जिंदगी का हर फैसला खुद ले सकेंगी, अपनी हर जिम्मेदारी खुद उठा सकेंगी ऐसा करने से वह मानसिक रूप ऐसा करने से उनका मानसिक तनाव भी कम होगा।
5. Not keeping Expectations From Others
सबसे महत्वपूर्ण बात जो आपको इमोशनली स्ट्रांग रखेगी वह है कि किसी भी दूसरे व्यक्ति से फिर चाहे वह आपका परिवार का सदस्य हो या कोई बेहद करीबी दोस्त किसी से भी किसी प्रकार की उम्मीद ना रखना। जब उम्मीद टूटती है तो बहुत निराशा होती है आपको इतनी पीड़ा होती है कि आप उसे कभी-कभी सा भी नहीं पाते। किसी भी प्रकार की कोई भी उम्मीद ना रखें क्योंकि आपकी जिम्मेदारी आप खुद उठा सकते हैं आप अपनी रिस्पांसिबिलिटी है। इसलिए कोशिश करें कि अगर आप कोई उम्मीद रख भी रहे हैं तो वह खुद से रखें किसी दूसरे व्यक्ति से नहीं।