जब से लड़का टीनएज उम्र में पहुंच जाता है तब से उसको किसी तरह की पूछताछ नहीं की जाती। उसके साथ परिवार या मां-बाप बैठकर समय व्यतीत नहीं करते। उनके साथ बातचीत नहीं की जाती है। कोई भी पुरुष बचपन से टॉक्सिक नहीं होता। हमारा समाज उन्हें ऐसा बना देता है।
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