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Photograph: (Freepik)
40s में महिलाएं मेनोपॉज और सार्कोपीनिया जैसे बदलाव जो आसान नहीं होते हैं। पर महिलाओं के जीवन के सबसे बड़े और महत्वपूर्ण बदलावों में से एक होते हैं। यह बदलाव सिर्फ शारीरिक नहीं होते, यह भावनात्मक और मानसिक होते हैं। यह हर एक महिला का 40s तक का अनकहा सफर हैं- जो वह अकेले करती हैं। पर अब नहीं, अब आपका साहस और आपका खुद को बेहतर समझना आपका साथी बनेगा। आइए, जानते हैं कि क्या बदलाव करें जो महिलाओं को 40s में अकेला नहीं पर मजबूत बनाएं।
Menopause and Sarcopenia: 40 के बाद सेहत में बदलाव पर यह आपकी जिंदगी नहीं
1. प्रोटीन की भूमिका
प्रोटीन सेहत के लिए बहुत आवश्यक हैं। उम्र बढ़ने के साथ मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं। पर्याप्त प्रोटीन लेने से बॉडी मास बना रहता हैं और ऊर्जा स्तर हाई बना रहता हैं। रिसर्च के अनुसार 40s में महिलाओं को रोज 1.0–1.2 ग्राम प्रोटीन प्रति किलो शरीर वजन की ज़रूरत होती है। इसके लिए अगर आप प्रोटीन पाउडर और प्रोटीन रिच सोर्स का इस्तेमाल जरूर करे।
2. सप्लीमेंट्स की आवश्यकता
महिलाएं इस उम्र में हड्डियों का कैल्शियम गंवाती हैं। बाल झड़ना और जोड़ों में दर्द होने लगता हैं। ऊर्जा घटने और मांसपेशियां कमजोर कम होने लगती हैं। ऐसे में विटामिन डी, सी, ओमेगा 3, कोलेजन, क्रिएटिन, मैग्नीशियम और बेहतर नींद के लिए विटामिन बी की आवश्यकता होती हैं। तो आप अलग से सप्लीमेंट्स भी अपने रूटीन में शामिल कर सकती हैं।
3. व्यायाम और योग की आवश्यकता
व्यायाम और योग आपको सिर्फ शारीरिक ही नहीं मानसिक मजबूती भी देता हैं। योग आपको शांत और नींद को बेहतर रखता हैं। मेनोपॉज और सार्कोपीनिया के लिए विशेष योग होते हैं। उन्हें अपने जीवनशैली का हिस्सा बनाएं। साथ ही एक्टिव रहने से स्ट्रेस भी कम होता हैं। आप अधिक खुश रहते हैं।
4. सामाजिक जुड़ाव की आवश्यकता
इस समय महिलाओं को परिवार से जितना प्रेम और भावनात्मक सपोर्ट मिलना चाहिए, उतना नहीं मिलता। इसलिए महिलाएं बाहर निकलकर अपनी नए दोस्त और कम्युनिटी से जुड़े। सामाजिक होने के नाते हम अपनी खुशी को दूसरों के साथ और अधिक महसूस करते हैं। इस बात को समझे और अपने नए दोस्त जो आपको समझे और सपोर्ट करें, जरूर बनाएं।
5. नींद और मानसिक स्वास्थ्य की आवश्यकता
मेनोपॉज के दौरान नींद की समस्या आम होती हैं। नींद पूरी न होने से मूड स्विंग, थकान और चिंता बढ़ सकती हैं। अपने मानसिक स्वास्थ्य और बेहतर नींद के लिए सोने का समय सेट रखे। कैफ़ीन और मीठे का इस्तेमाल कम करें यह हार्मोन को गड़बड़ कर देते हैं। नींद के लिए प्रणायाम और स्लीप रूटीन को सही करें।
6. संतुलित आहार और हाइड्रेशन
40s में महिलाओं को बैलेंस डाइट पर ध्यान देने की जरूरत होती हैं। साबुत अनाज, हरी सब्जियां, फल और पर्याप्त पानी शरीर को ऊर्जा और फ्रेश रखता हैं। हाइड्रेशन, हार्मोन से होने वाले स्किन और बॉडी की समस्या को भी कम करता हैं।
7. रेगुलर हेल्थ चैक-अप
इस उम्र पर महिलाओं को अपना पूरा और समय से हेल्थ चेकअप- ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर और हार्मोन लेवल चेक करवाते रहना चाहिए। इससे बीमारी को समय से पहले की पता लगाया जा सकता हैं, जिससे रोकथाम संभव हैं।
8. आत्मबल और पॉजिटिव सोच
मेनोपॉजऔर सार्कोपीनिया जीवन का अंत नहीं बल्कि एक खूबसूरत चैप्टर हैं। आप अपनी पॉजिटिव सोच और बदलाव से खुद को और महसूस कर सकती हैं, और जी सकती हैं। इस बदलाव को जीवन का हिस्सा मानकर स्वीकार करें पर "यह सबकुछ नहीं" यह भी याद रखे। अपनी अचीवमेंट्स और खुद को समय देना सीखें और सेलिब्रेट करें।
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