I'm Rajveer Kaur, a feminist advocating for human secularism, and I'm deeply passionate about Media & Journalism.
पुरुषों के गलत काम को सिर्फ यह कहकर सही मान लिया जाता है कि पुरुष हैं तो कर सकते हैं। कब तक महिलाओं को यह सब सहन करना होगा? कब हम उनकी गलतियों के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराएंगे?
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