I'm Mandeep Panesar, a dedicated feminist and passionate writer. My heart beats for gender equality, and I channel that passion into my writing. I strive to inspire change and empower others through my words.
हम कितना भी पीरियड्स की डियू डेट का ध्यान रख लें, ये दिन आगे पीछे हो ही जाते हैं और अचानक से आकर कितनी ड्रेसेस और दूसरे कपड़ों को खराब कर जाते हैं। इनमें से कई कपड़े तो हमें इसी वजह से फेंकने पड़ जाते हैं क्योंकि हम इनसे खून के दाग मिटा नहीं पाते।
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