I'm Rajveer Kaur, a feminist advocating for human secularism, and I'm deeply passionate about Media & Journalism.
जन्म से ही महिलाओं को कभी अपनी सच्चाई लिखने का मौका ही नहीं मिलता है। उनकी जिंदगी का कंट्रोल कभी माता-पिता, भाई, पति या फिर ससुराल के हाथ में होता है। सब उसे बताते हैं कि उसे अपनी जिंदगी में क्या करना चाहिए।
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